मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना राज्य की करोड़ों महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत बनकर सामने आई है। यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सहयोग प्रदान करती है, बल्कि उन्हें समाज में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का रास्ता भी खोलती है। अब इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि को बढ़ाकर ₹1500 प्रति माह कर दिया गया है, जिससे बहनों में नई उम्मीदें जगी हैं।

योजना की शुरुआत और उद्देश्य

लाड़ली बहना योजना की शुरुआत वर्ष 2023 में की गई थी, जिसका मूल उद्देश्य था राज्य की गरीब, निम्न आय वर्ग की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 की सीधी आर्थिक सहायता देना। धीरे-धीरे सरकार ने इसे बढ़ाते हुए ₹1250 किया और अब इस राशि को और बढ़ाकर ₹1500 किया जा रहा है। इस योजना के जरिए सरकार महिलाओं को वित्तीय रूप से मजबूत करना चाहती है ताकि वे अपने घर-परिवार की जरूरतों में योगदान दे सकें।

नई किस्त का ऐलान

हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा यह घोषणा की गई कि रक्षा बंधन के मौके पर महिलाओं को विशेष ₹250 अतिरिक्त मिलेंगे, जिससे अगस्त माह की राशि ₹1500 हो जाएगी। इसके बाद दीपावली से प्रतिमाह ₹1500 की नियमित राशि सभी पात्र महिलाओं के खातों में जमा की जाएगी। इससे पहले जुलाई तक महिलाओं को ₹1250 मिल रहे थे।

सरकार का लक्ष्य यह है कि आने वाले समय में यह सहायता और बढ़ाकर ₹3000 प्रतिमाह तक की जाए। यह निर्णय राज्य की करोड़ों महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला साबित होगा।

कौन महिलाएं हैं पात्र?

इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ जरूरी शर्तें तय की गई हैं। आवेदन करने वाली महिला:

  • मध्य प्रदेश की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
  • उसकी उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • महिला विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता हो सकती है।
  • परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • परिवार में कोई सदस्य इनकम टैक्स दाता नहीं होना चाहिए।
  • महिला या उसके परिवार के पास चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) नहीं होना चाहिए।
  • परिवार में कोई सदस्य शासकीय सेवा में न हो।
  • परिवार के पास 5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।

जो महिलाएं इन सभी शर्तों पर खरी उतरती हैं, वे योजना की पात्र मानी जाती हैं।

आवेदन की प्रक्रिया

लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया काफी सरल रखी गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों के माध्यम से या नगर निगम के वार्ड कार्यालयों में महिलाएं आवेदन कर सकती हैं। समग्र ID, आधार कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल नंबर के जरिए आवेदन किया जाता है।

आवेदन के बाद पात्रता की जांच होती है और फिर स्वीकृत महिलाओं के खातों में हर महीने निर्धारित राशि भेजी जाती है।

आर्थिक और सामाजिक असर

लाड़ली बहना योजना का असर केवल पैसों तक सीमित नहीं है, इसका व्यापक सामाजिक प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। इससे महिलाएं अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह रहीं। वे अपने बच्चों की पढ़ाई, घरेलू खर्च, इलाज, रसोई गैस जैसे जरूरी कामों में यह पैसा इस्तेमाल कर रही हैं।

कई महिलाओं ने इस राशि से खुद का छोटा व्यवसाय भी शुरू किया है। कहीं ब्यूटी पार्लर, कहीं सब्जी दुकान या सिलाई-कढ़ाई जैसे घरेलू उद्योगों की शुरुआत हो रही है। इस योजना ने न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारी है बल्कि उन्हें आत्मसम्मान भी दिया है।

भुगतान की स्थिति कैसे जांचें?

जिन महिलाओं को अभी तक ₹1500 की राशि नहीं मिली है, वे आसानी से अपनी भुगतान स्थिति की जांच कर सकती हैं। इसके लिए उन्हें योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, वहाँ अपनी समग्र ID या आवेदन नंबर दर्ज कर OTP से लॉगिन कर जानकारी मिल जाती है।

भविष्य की योजना

राज्य सरकार की योजना है कि लाड़ली बहना योजना को और मजबूती से लागू किया जाए। आने वाले समय में यह राशि ₹3000 तक बढ़ाई जा सकती है। साथ ही, महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार की ओर भी प्रेरित किया जाएगा।